राष्ट्रीय प्रेस दिवस की रक्षा करने का संकल्प कीजिए। राष्ट्रीय प्रेस दिवस की रक्षा करने का संकल्प कीजिए।
कहीं, कोरोना की कराह, असमय मृत्यु की आह, कहीं रोजगार की आस में भटकती राह! कहीं, कोरोना की कराह, असमय मृत्यु की आह, कहीं रोजगार की आस में भटकती राह!
मैं एक आम आदमी, जिसे सिद्धांतों से कोई सरोकार नहीं, मैं एक आम आदमी, जिसे सिद्धांतों से कोई सरोकार नहीं,
मेरा हर दिवस मेरा सौभाग्य बन जाता है, मेरा हर दिवस मेरा सौभाग्य बन जाता है,
दिल के हर कोने में बैठे- बस तुम ही तुम हो। दिल के हर कोने में बैठे- बस तुम ही तुम हो।